सड़क सुरक्षा सप्ताह का हुआ समापन 18 से 24 नवंबर तक चले सुरक्षा सप्ताह मैं यातायात के नियमों को लेकर चले विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जन जागरूकता का चलाया गया अभियानमिर्जापुर। 18 से लेकर 24 नंबर तक संभागीय परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह चलाया गया, जिसमें बैनर पोस्टर के माध्यम से यातायात के नियमों को पालन करने का संदेश दिया गया । विभाग के अधिकारियों द्वारा हेलमेट, सीट -बेल्ट की चेकिंग, कमशिNयल वाहनों पर रिफ्लेक्टिंग पट्टी, सफेद पट्टी की चेकिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की रात में चेकिंग के साथ ही विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के बीच यातायात नियमों को लेकर विभिन्न तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिससे नई पीढ़ी को यातायात के नियमों की जानकारी मिल सके । आज कार्यक्रम का समापन राजकीय इंटर कॉलेज के सभागार में किया गया, जिसमें स्कूली छात्रों के साथ ही मुख्य अतिथि के रूप में मझवां विधायिका सूचीस्मिता मौर्या मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थी । कार्यक्रम में यातायात के नियमों को पालन करने पर अपने जीवन को कैसे सुरक्षित बचाया जा सकता है को वक्ताओं ने अपने भाषण के माध्यम से बताया । एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि सड़क पर चलते हुए यातायात के नियमों को पालन कर हम न केवल खुद को सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि दूसरों को सुरक्षा भी इससे होती है सड़क पर दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ही विभाग द्वारा समय-समय पर सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है, स्कूली छात्राओं के बीच आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले छात्रों में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान पाने वालों को प्रमाण पत्र देने के साथी इस कार्यक्रम में सहयोग देने वालों को आभार पत्र वितरित किया गया आरटीओ ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में १०ज्ञ् की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया था जिसे हम प्राप्त नहीं कर सके और दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास किया गया है कम उम्र के स्कूली छात्रों द्वारा बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाने पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऐसे बच्चे जो १८ साल के अभी नहीं हुए हैं को अगर वाहन चलाते हुए पाया जाएगा तो उनके अभिभावकों पर १० हजार तक की पेनाल्टी लगाई जाएगी साथ ही उन्होंने कहा कि अभिभावकों से मेरा अनुरोध है कि जब तक उनके बच्चे १८ साल की उम्र पूरा नहीं करते तब तक वाहन चलाने की अनुमति उन्हें कतई ना दें।
ब्यूरो रिपोर्ट दीपक मिश्रा मिर्जापुर